Class 7 Hindi Path 2 Gillu ||Question and Answer
कक्षा सप्तम हिंदी पाठ 2
गिल्लू
यहाँ आपको गिल्लू पाठ का सभी शब्दार्थ, प्रश्नोत्तर तथा भाषा संदर्भ के भी प्रश्नोत्तर मिल जाएंगे।
1) इन शब्दों के अर्थ लिखें-
अनचाहा - अचानक
सघन - घना
लघुप्राण - छोटा जीव
अवमानित - तिरस्कार
लगन - अपनापन
अपवाद - सामान्य से भिन्न
समादरित - आदरपूर्वक
आश्वस्त - निश्चित
उपरांत - बाद
अवधि - समय
अस्वस्थ - बीमार
आहत - दुखी
यातना - बहुत अधिक कष्ट
स्मरण - याद
हरीतिमा - हरियाली
सम्मानित - सम्मान योग्य
भीतर - अंदर
आवश्यक - जरूरी
डलिया - छोटी टोकरी
कर्कश - अप्रिय
स्निग्ध - चिकना
उष्णता - गर्मी
परिचारिका - सेविका
खाद्य - खाना
लघुगात - छोटा शरीर
सर्वथा - हर तरह से
2) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:-
क) सोनजुही को देखकर लेखिका को अनायास किसकी याद आ जाती है और क्यों?
उत्तर- सोनजुही को देखकर लेखिका को अनायास गिल्लू की याद आ जाती है क्योंकि गिल्लू के साथ लेखिका का एक आत्मीय संबंध है। गिल्लू को लेखिका अपने परिवार का हिस्सा मानती है। गिल्लू अक्सर सोनजुही की हरीतिमा में छुप जाता था और लेखिका के निकट आने पर चौंका दिया करता था। इसलिए लेखिका को ऐसा लगता है कि वह फिर सोनजुही की कली के बहाने ऊपर आकर चौंका देगा।
ख) प्रस्तुत पाठ में लेखिका ने कौवों के बारे में जो विचार व्यक्त किए हैं उन्हें लिखिए।
उत्तर- प्रस्तुत पाठ में लेखिका कौवों को ऐसा विचित्र पक्षी कहा है जो एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित तथा अति अपमानित है, जिसका रूप पढ़कर पूर्वजों को भी पितरपक्ष में अवतीर्ण होना पड़ता है। हमारे दूरस्थ परिजनों को भी अपने आने का मधुर संदेश कौवों के कर्कश स्वर में ही देना पड़ता है।
ग) बहुत समय बीत जाने के बाद भी लेखिका गिल्लू को क्यों नहीं भूल पाती?
उत्तर- बहुत समय बीत जाने के बाद भी लेखिका लेखिका गिल्लू को नहीं भूल पाती है क्योंकि गिल्लू से लेखिका का आत्मीय संबंध स्थापित हो गया था और वह उसे अपने परिवार का एक हिस्सा मानने लगी थी।
घ) लेखिका ने गिल्लू की प्रशंसा किन शब्दों में की है?
उत्तर- लेखिका ने गिल्लू की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि वह मेरे पैरों तक आकर सर्र से पर्दे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता । उसका यह दौड़ने का क्रम तब तक चलता जब तक मैं उसे पकड़ने के लिए नहीं उठती। मेरे कमरे से बाहर जाने पर वह भी खिड़की की खुली जाली की राह बाहर चला जाता। और ठीक चार बजे वह खिड़की से भीतर आकर झूले में झूलने लगता। मेरी अस्वस्थता में वह तकिए पर सिरहाने बैठकर अपने नन्हे- नन्हे पंजों से मेरे सिर और बालों को हौले- हौले सहलाता रहता।
ङ) लेखिका ने गिल्लू के जीवन में प्रथम बसंत के आने का वर्णन किन शब्दों में किया है?
उत्तर- लेखिका ने गिल्लू के जीवन में प्रथम वसंत के आने का वर्णन करते हुए लिखा है कि नीम- चमेली की गंध कमरे में आने लगी। बाहर की गिलहरियाँ खिड़की की जाली के पास आकर चिक- चिक करके न जाने क्या कहने लगीं ।गिल्लू को जाली के पास बैठकर अपनेपन से बाहर झाँकते देखकर लेखिका ने उसे मुक्त करना आवश्यक समझा और उन्होंने कीलें निकालकर जाली का एक कोना खोल दिया और इस मार्ग से गिल्लू ने बाहर जाने पर सचमुच ही मुक्ति की साँस ली।
च) सोनजुही की लता के नीचे गिल्लू को समाधि क्यों दी गई?
उत्तर- सोनजुही की लता के नीचे गिल्लू की समाधि दी गई क्योंकि गिल्लू का वह लता सबसे अधिक प्रिय थी। वह अक्सर सोनजुही की पत्तियों में छुपकर लेखिका को चौंकाने का प्रयास करता था।
भाषा संदर्भ:-
1) आप पाँच-पाँच जातिवाचक और व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण लिखिए।
उत्तर- जातिवाचक संज्ञा- कुत्ता, गाय , हाथी, मनुष्य, पहाड़।
व्यक्तिवाचक संज्ञा - रमेश, आगरा, रामायण, ताजमहल, गिल्लू।
2) निम्नलिखित शब्दों का अर्थ लिखिए-
क) अन्य- कोई दूसरा
अन्न- अनाज
ख) आदि- आरंभ
आदी- अभ्यस्त
ग) कलि- कलियुग
कली - अधखिला फूल
घ) ग्रह - सूर्य चंद्र आदि खगोलीय पिंड
गृह- घर
ङ) दिन- दिवस
दीन - गरीब
च) नारी - महिला
नाड़ी- हाथ की नब्ज
छ) चिता - मृत शरीर को जलाने के लिए लकड़ियों का ढेर
चीता - बाघ
ज) कर्म - कार्य
क्रम- सिलसिला
झ) प्रसाद - भोग
प्रासाद - महल
ञ) हंस - पक्षी
हँस - हँसना
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