कक्षा चतुर्थ इतिहास पाठ 1 का प्रश्नोत्तर
Class 4 History Chapter 1
Questions and Answers
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
क) आर्यों के मूल निवास के विषय में कौन-कौन से मत हैं?
उत्तर- आर्यों के मूल निवास के विषय में विद्वानों के अलग-अलग मत हैं। कुछ लोग आर्यों का मूल स्थान मध्य एशिया बताते हैं, कुछ लोग ध्रुव प्रदेश बताते हैं। परंतु अब आर्य भारत के ही प्राचीन निवासी माने गए हैं।
ख) चार आश्रम कौन-कौन और किस हेतु थे?
उत्तर- चार आश्रम निम्न थे-
i) ब्रह्मचर्य आश्रम
ii) गृहस्थाश्रम
iii) वानप्रस्थ आश्रम
iv) सन्यास आश्रम
ये आश्रम मनुष्य के जीवन को संयमित और नियमित बनाने हेतु किए गए थे।
ग) वेदों के नाम बताइए?
उत्तर- वेद चार होते हैं- ऋग वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद।
घ) अपने देश को पहले आर्यावर्त क्यों कहते थे?
उत्तर- हमारे देश के पूर्वज आर्य कहलाते थे। आर्य का अर्थ है- श्रेष्ठ। इसी कारण अपने देश को पहले आर्यावर्त कहते थे।
ङ) ये क्या हैं- ऋचा , संहिता, यज्ञ, वर्ण, आश्रम, सप्त सैंधव प्रदेश?
उत्तर- ऋचा-- वैदिक संस्कृति के मंत्र को ऋचा कहते थे।
संहिता-- वैदिक मंत्र को चार भागों में बाँटा गया था, जिन्हें संहिता कहते हैं।
यज्ञ-- समाज के लिए त्याग ही यज्ञ हैं।
वर्ण-- वैदिक काल में मानव को कर्म के अनुसार चार भागों में बांटा गया था, जिन्हें वर्ण कहा गया।
आश्रम-- जीवन को संयमित और नियमित बनाने के लिए आश्रम की व्यवस्था थी। जिन्हें चार भागों में बाँटा गया था।
सप्त सैंधव प्रदेश-- पंजाब के आसपास का क्षेत्र प्राचीन काल में सप्त सैंधव प्रदेश कहलाता था क्योंकि यहाँ 7 नदियाँ बहती थी।
च) कुछ प्रसिद्ध वेद कालीन विदुषी महिलाओं के नाम लिखिए।
उत्तर- प्रसिद्ध वेद कालीन विदुषी महिलाएँ- विश्वधरा, घोषा, अपाला आदि।
छ) वैदिक काल में किसकी पूजा होती थी?
उत्तर- वैदिक काल में अग्नि की पूजा होती थी।
ज) वेद कालीन कुछ प्रमुख राजा तथा राज्यों के नाम बताइए।
उत्तर- वेद कालीन राजाओं में पुरूरवा, मांधाता, सगर, भगीरथ आदि एवं राज्यों में गांधार, केकय, कुरू, पांचाल, कौशल, काशी, कौशांबी, विदेह, मगध आदि प्रमुख थे।
2. उत्तर लिखें:-
क) रामायण और महाभारत महाकाव्य के रचयिताओं के नाम बताइए।
उत्तर- रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि एवं महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास हैं।
ख) रामायण और महाभारत की कथा संक्षेप में लिखें।
उत्तर- रामायण:- त्रेता युग में अयोध्या में दशरथ नामक एक प्रतापी राजा थे। उनकी तीन रानियाँ थी- कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी तथा चार संताने थी - राम लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न। एक बार रानी कैकेयी ने देवासुर संग्राम में राजा दशरथ के प्राण बचाए थी। तब राजा दशरथ ने उन्हें दो वरदान मांगने के लिए कहा था। वे दोनों वरदान रानी कैकेयी ने राम के राज्याभिषेक के समय माँग ली। इनमें पहला था राम को 14 वर्ष का वनवास तथा दूसरा भरत को राजगद्दी। राम ने अपने माता-पिता के वचनों की रक्षा के लिए 14 वर्षों तक वन में रहे। उनके साथ उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण भी थे। राम के वियोग से दुःखी होकर राजा दशरथ का देहांत हो गया तथा भरत ने राज सिंहासन को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने राम के पादुकाओं को सिंहासन पर रखकर राज्य चलाया। वन में रावण ने सीता का हरण कर लिया। तब श्री राम हनुमान, सुग्रीव आदि वानर सेना के साथ मिलकर रावण की राक्षस सेना के साथ युद्ध किया। उन्होंने रावण को मार कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे। उनके दो बेटे लव और कुश थे। श्री राम की यह कथा महर्षि बाल्मीकि के द्वारा रामायण में लिखी गई है।
महाभारत:- महर्षि वेदव्यास के द्वारा रचित महाभारत में कौरवों और पांडवों के युद्ध का वर्णन है। हस्तिनापुर के राजा पांडु के पाँच पुत्र युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव पांडव कहलाते थे। राजा पांडु की मृत्यु उपरांत उनके बड़े भाई अंधे धृतराष्ट्र राजा बने। उनके सौ पुत्र दुर्योधन, दुःशासन आदि कौरव कहलाते थे। पांडव धर्म परायण थे परंतु कौरव घमंडी और कुटिल थे। कौरवों ने छल से पांडवों का राज्य पर अधिकार कर लिया। तब पांडवों ने श्री कृष्ण की सहायता से कौरवों के साथ युद्ध किया। युद्ध में पांडव विजयी हुए और युधिष्ठिर हस्तिनापुर के सम्राट बने।
ग) इनके विषय में क्या जानते हैं- राजसूय यज्ञ, अश्वमेध यज्ञ, स्वयंवर, कौरव, पांडव।
उत्तर- राजसूय यज्ञ-- महाभारत काल में राजा राज्याभिषेक के पहले राजसूय यज्ञ करते थे।
अश्वमेध यज्ञ-- रामायण काल में राजा दिग्विजय बनने के लिए अश्वमेध यज्ञ करते थे।
स्वयंवर-- रामायण और महाभारत काल में राजवंशों में विवाह के लिए स्वयंवर प्रथा थी।
कौरव-- धृतराष्ट्र और गांधारी के सौ पुत्र थे, जिन्हें कौरव कहा गया।
पांडव-- पांडु के पाँच पुत्र थे, जिन्हें पांडव कहा गया।
3. उत्तर दें:-
क) जैनमत और बौद्ध मत के प्रवर्तक कौन थे?
उत्तर- जैन मत के प्रवर्तक महावीर स्वामी और बौद्ध मत के प्रवर्तक गौतम बुद्ध थे।
ख) जैन मत की मुख्य शिक्षाएँ क्या है?
उत्तर- जैन मत की मुख्य शिक्षाएँ- सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह हैं।
ग) महावीर स्वामी 'जिन' क्यों कहलाए?
उत्तर- भगवान महावीर 12 वर्ष तक तपस्या कर अपनी इच्छाओं पर विजय प्राप्त की, जिस कारण वे 'जिन' कहलाए।
घ) बौद्ध मत का प्रसार किन-किन देशों में हुआ?
उत्तर- बौद्ध मत का प्रसार नेपाल, श्रीलंका, जापान, चीन आदि देशों में हुआ।
ङ) महात्मा बुद्ध का मन घर - गृहस्थी से क्यों उदास हो गया?
उत्तर- वृद्धावस्था की निर्बलता, रोगाग्रस्त शरीर, मनुष्य का मरण यात्रा आदि को देखकर उनके मन को बहुत दुःख हुआ, जिस कारण उनका मन घर गृहस्थी से उदास हो गया।
4. निम्नलिखित का संक्षिप्त परिचय दीजिए:-
i) सारनाथ- गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिए थे।
ii) लुंबिनी- गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी में हुआ था।
iii) वर्द्धमान- महावीर स्वामी के बचपन का नाम वर्द्धमान था।
iv) दिगंबर- श्वेतांबर-- महावीर स्वामी के पश्चात जैनमत दिगंबर और श्वेतांबर दो संप्रदायों में बंट गया।
v) हीनयान- हीनयान के अनुयायी बौद्ध धर्म के मूल उपदेशों को ही मानते थे।
vi) महायान- महायान के अनुयायी बौद्ध धर्म के उपदेशों को कट्टरता से पालन नहीं करते बल्कि इनको भगवान का अवतार मानकर पूजा करते हैं।
vii) तीर्थकर- किसी भी धर्म के मतों का प्रचार करने वाले अनुयायी तीर्थकर कहलाते थे।
5. निम्नलिखित क्यों प्रसिद्ध हैं:-
i) पावापुरी- स्वामी महावीर का निर्वाण स्थल।
ii) कुशीनगर- गौतम बुद्ध का निर्वाण स्थल।
iii) यशोदा- महावीर स्वामी की पत्नी।
iv) यशोधरा- गौतम बुद्ध की पत्नी।
v) शुद्धोधन- गौतम बुद्ध के पिताजी।
vi) सिद्धार्थ- गौतम बुद्ध के बचपन का नाम।
6. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:-
क) भारत पर आक्रमण करने वाले प्रथम व्यक्ति का नाम बच्छूस था।
ख) डेरियस ईरान देश का रहने वाला था।
ग) यूनान का बच्छूस भी भारत पर आक्रमण करने आया था परंतु उसे इसके बदले हार ही मिली।
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