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Bharat Bharati poem Hindi and English meaning with question answer/ भारत - भारती, राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त

Bharat Bharati poem Hindi and English meaning with question answer/ भारत - भारती,  राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त 
भारत - भारती 
राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त



भू लोक का गौरव , प्रकृति का पुण्य लीलास्थल कहाँ ? 
फैला मनोहर गिरि हिमालय और गंगाजल जहाँ । 
सम्पूर्ण देशों से अधिक किस देश का उत्कर्ष है ? 
उसका कि जो ऋषि भूमि है , वह कौन ? भारतवर्ष है । 
हाँ , वृद्ध भारतवर्ष ही संसार का सिरमौर है , 
ऐसा पुरातन देश कोई विश्व में क्या और है ? 
भगवान की भवभूतियों का यह प्रथम भण्डार है , 
विधि ने किया नर - सृष्टि का पहले यहीं विस्तार है । 
यह पुण्य भूमि प्रसिद्ध है इसके निवासी ' आर्य ' हैं 
विद्या , कला कौशल्य सबके जो प्रथम आचार्य हैं । 
सन्तान उनकी आज यद्यपि हम अधोगति में पड़े , 
पर चिह्न उनकी उच्चता के आज भी कुछ हैं खड़े । 

1. पढ़ें और समझें
शब्दों के अर्थ:-

भूलोक = धरती ।
उत्कर्ष = सर्वोच्च विकास ।
मनोहर = सुन्दर। 
गिरि = पर्वत। 
आर्य = श्रेष्ठ लोग। 
भवभूति = संसार का वैभव। 
विधि = ब्रह्मा। 
नर - सृष्टि = मानव जन्म, मानस की रचना।              कला कौशल्य = कलाओं की कुशलता । 

लीलास्थल = लीला की भूमि ।
सिरमौर = सिर का मुकुट।
गौरव = बड़प्पन  ।
पुरातन = पुराना ।
यद्यपि = फिर भी ।
अधोगति = नीचे गिरना
उच्चता = ऊँचाई ।
विस्तार = फैलाव ।  

2. चार ऐसे प्रमुख कारणों को लिखें जिनसे यह पता चले कि भारतवर्ष संसार का सिरमौर है । 
उत्तर - चार प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं जिनसे यह पता चलता है कि भारतवर्ष संसार का सिरमौर है -
क) भारत में हिमालय जैसे कई महान पर्वत और गंगा जैसी कई पवित्र नदियाँ हैं । 
ख) यह देव भूमि और ऋषि भूमि है । 
ग) विधाता ने यहाँ सबसे पहले मानव को जन्म दिया है।
घ) यहाँ के आचार्यगण संसार को विद्या, कला और कौशल का ज्ञान दिया है। , 

3 .     तद्भव           तत्सम 
          
           सिर              शिर 
          आज            अद्य 


भावार्थ:-
प्रस्तुत कविता "भारत - भारती" राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त जी के द्वारा रची गई है । इस कविता के माध्यम से कवि कह रहे हैं कि धरती की श्रेष्ठता और प्रकृति की लीलाभूमि वहीं है जहाँ हिमालय पर्वत है , गंगा नदी है । संसार के सारे देशों से अधिक इसका उत्थान हुआ । यह ऋषियों की भूमि - भारत ही संसार में श्रेष्ठ है । पुराना देश भारत संसार के सिर की शोभा है । भगवान का दिया धन वैभव यहाँ बहुत है । यहीं ब्रह्मा ने मानव को जन्म दिया । यह पवित्र देश है । यहाँ के निवासी आर्य या श्रेष्ठ कहलाते हैं । विद्या और कलाओं के पहले आचार्य भारत के ही विद्वान हुए । उनकी सन्तान आज पतन की स्थिति में हैं । पर पुराने गौरव एवं बड़प्पन के चिह्न दिखाई पड़ रहे हैं ।

Meaning in English:-
The poem "Bharat - Bharati" has been composed by the nation poet Maithili Sharan Gupt.  Through this poem, poets are saying that the land of superiority of earth and nature's land is where the Himalaya Mountain and the river Ganga river are.  It rose more than all the countries of the world.  This land of sages - India is the best in the world.  Old country India is the beauty of the head of the world.  There is a lot of wealth given by God here.  It was here that Brahma gave birth to a human.  This is a holy country.  The residents here are called Arya or superior.  The first Acharya of learning and arts became a scholar of India.  Their children are in a state of decline today.  But the signs of old pride and nobility are visible.

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