क्या आप जानते हैं अंग्रेजी महीनों का नामकरण कैसे हुआ ?
कैलेंडर के अंग्रेजी महीनों के नाम तो सभी जानते हैं लेकिन क्या आप यह भी जानते हैं कि इन महीनों के नाम कैसे पड़े, उनका नामकरण कैसे हुआ, किसने इनका नामकरण किया? अगर नहीं जानते हैं तो चलिए इसके बारे में अवश्य जानिए__
एक साल में 12 माह होते हैं। इन महीनों के नाम हैं- जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर।
1. जनवरी- रोमन देवता जेनस के नाम पर वर्ष के पहले महीने जनवरी का नामकरण हुआ है। यह माना जाता है कि जेनस के दो चेहरे हैं एक से वह आगे और दूसरे से पीछे देखता है। इसी तरह जनवरी माह के भी दो चेहरे हैं एक से वह बीते हुए वर्ष को देखता है तो दूसरे से अगले वर्ष को। जेनस को लैटिन में जैनअरिस कहा जाता है। जेनस बाद में जेनुअरी बना जो हिंदी में जनवरी हो गया।
2. फरवरी- फरवरी महीने का संबंध लैटिन शब्द फैबरा से है जिसका अर्थ है शुद्धि की दावत। पहले इसी माह में 15 तारीख को लोग शुद्धि की दावत दिया करते थे । कुछ लोग फरवरी नाम का संबंध रोम की एक देवी फेवरुएरिया से भी मानते हैं जो संतान उत्पत्ति की देवी मानी गई है । इसलिए महिलाएं इस महीने इस देवी की पूजा करती थी ताकि वह प्रसन्न होकर उन्हें संतान प्राप्त करने का आशीर्वाद दें।
3. मार्च- रोमन देवता मार्स के नाम पर मार्च महीने का नामकरण हुआ । रोमन वर्ष का प्रारंभ इसी महीने से होता था । मार्स मार्टियस का अपभ्रंश है जो आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है । सर्दिया समाप्त होने पर लोग शत्रु देश पर आक्रमण करते थे। इसलिए इस महीने को मार्च नाम से पुकारा गया।
4. अप्रैल - अप्रैल महीने की उत्पत्ति लैटिन शब्द एस्पेरायर से हुई जिसका अर्थ है खोलना। रोम में इसी माह कलियां खिल कर फूल बनती थी अर्थात बसंत का आगमन होता था । इसलिए प्रारंभ में इस माह का नाम ऐप्रिलिस रखा गया। इसके बाद वर्ष के केवल 10 माह होने के कारण यह बसंत से काफी दूर होता चला गया। वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के सही भ्रमण की जानकारी से दुनिया को अवगत कराया। तब वर्ष में 2 महीने और जोड़कर एप्रिलीस के इस नाम को पुनः सार्थक किया गया।
5. मई- रोमन देवता मरकरी की माता मइया के नाम पर मई नामकरण हुआ। मई का तात्पर्य बड़े बुजुर्ग रईस है। मई नाम की उत्पत्ति लेटिन के मेजोरेस से भी मानी जाती है।
6. जून- जून महीने में लोग शादी करके घर में बसाते थे। इसलिए परिवार के लिए उपयोग होने वाले लैटिन शब्द जेन्स के आधार पर जून का नामकरण हुआ । एक अन्य मतानुसार जिस प्रकार हमारे यहां इंद्र को देवताओं का स्वामी माना गया है उसी प्रकार रोम में भी सबसे बड़े देवता जीयस हैं एवं उनकी पत्नी का नाम है जूनो । इसी देवी के नाम पर जून का नामकरण हुआ है।
7. जुलाई- राजा जुलियस सीजर का जन्म एवं मृत्यु दोनों जिस महीने में हुई , उस महीने का नाम जुलाई कर दिया गया।
8. अगस्त- जुलियस सीजर के भतीजे आगस्टस सीजर ने अपने नाम को अमर बनाने के लिए सेक्सटिलिस नाम बदलकर अगस्टस कर दिया, जो बाद में केवल अगस्त रह गया।
9. सितंबर- रोम में सितंबर को सैप्टेम्बर कहा जाता था । सैप्टेम्बर में सैप्टे लैटिन शब्द है जिसका अर्थ है सात और बर का अर्थ है वाँ यानी सैप्टेम्बर का अर्थ है सातवाँ। किंतु बाद में यह नौवां महीना बन गया।
10. अक्टूबर- अक्टूबर को लैटिन शब्द आक्ट (8) के आधार पर अक्टूबर या आठवां कहते थे। किंतु दसवां महीना होने पर भी इसका नाम अक्टूबर ही चलता रहा।
11. नवंबर- नवंबर को लैटिन में पहले नोवेम्बर यानी नौवाँँ कहा गया। ग्यारहवाँ महीना बनने पर भी इसका नाम नहीं बदला एवं इसे नोवेम्बर से नवंबर कहा जाने लगा।
12. दिसंबर- लैटिन शब्द डेसेम के आधार पर दसवां महीना डिसेम्बर का नाम पड़ा लेकिन यह बाद में 12वां महीना बन गया फिर भी दिसंबर के नाम में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
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